बैंक पर्सनल लोन देने से मना कर सकता है. आपके साथ ऐसी घटना हो सकती है ,जब आप लोन के लिए आश लगाए हो और बैंक या गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान(NBFC) ओर से लोन देने से मना कर दिया जाए. ऐसी स्थिति आपके साथ ना हो इसके लिए आपको पहले ही सचेत होना चाहिए.
पर्सनल लोन लोग तभी लेते हैं जब वह किसी ना किसी आर्थिक तंगी से जूझ रहे होते हैं। और ऐसे वक्त में जब आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे होते है और तब आपकी उम्मीदों पर पीनी फिर जाये या आपका लोनएप्लीकेशन( ऋण आवेदन) खारिज(कैसिल) हो जाए तो आप पर क्या बीतती है. इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। ऐसी ही स्थिति में कई लोग खुदकुशी कर लेते हैं.
कोई भी बैंक से कर्ज लेन से बचना है. दूसरे शब्दों में कहें तो बैंक से लोन लेने से डरता है. वैसे भी देखा गया है कि अगर आप आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं तो पहले अपनी संपत्तियों को बेचकर या उलट पलट कर हालात को ठीक करने की कोशिश करते हैं.
लेकिन ऐसा ना होने पर वे दोस्त रिश्तेदारों से मदद लेते है. अपर दोस्तों-रिश्तेदारों से भी जुगार नही होने की स्थिति में वे बैंक की रूख करते हैं. आज भी जब युग मोबाइल और इंटरनेट पर टिका हुआ है उस समय में भी लोग लोने लेने से डरते हैं और यह सच्चाई भी है बैंक का कर्ज किस चीज से बढ़ता है.
उसका अंदाजा हुआ भी उसी को है जिसने कभी लोन लिया है, खासकर पर्सनल लोन। ऐसे में पर्सनल लोन लेने वाला व्यक्ति कहीं ना कहीं चारों ओर से मजबूर होने के बाद ही बैंक या एनबीएफसी(NBFC) से लोन लेते हैं.
तो आइए इस पोस्ट के माध्यम से आपको ये बताने का प्रयास करेंगे कि आप किस तरह से बेवजह किसी बैंक या एनबीएफसी के आश्वासन में फंसकर अपना बहुमूल्य समय नष्ट कर खुद संकट में ना फंस जाते हैं.
कहने का मतलब है कि आपने किसी बैंक या एनबीएफसी(NBFC) से लोन के लिए आवेदन दिया है और इन संस्थानों ने आपको लोन पास होने का आश्वासन देकर बेवजह लटका कर रखा और समय के आखिर समय में आपको लोन देने से मना कर देता है। यानी कि आपका एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दिया जाता है.
इस पोस्ट में आपको यही बताने का बताने का प्रयास किया जाएगा कि आप समय रहते संभल जाये जिससे आपको किसी तरह का नुकसान ना हो. कहने का तात्पर्य यह है कि आप समय रहते कदम बताएं। पर्सनल लोन मार्केट में उपलब्ध सभी लोनों में सबसे महंगा होता है.
पर्सनल लोन में कितना समय लगता है:
आपकी ओर से पर्सनल लोन के लिए आनलाइन आवेदन दिया। बैंक या एनबीएफसी की ओर से इस आवेदन की प्रक्रिया को बढाया जाता है। आपके निवास प्रमाण पत्रों की जांच की जाती है.
इसके लिए आपकी ओर से जमा किये गये आवास या निवास प्रमाण पत्र का सत्यापन भी किया जाता है। आपके पते पर एग्जक्यूटिव को भेजकर पता करवाया जाता है कि आप सचमुच उस पते पर रहते हैं या नहीं.
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आपसे एक दस्तावेज(डॉक्यूमेंट) पर हस्ताक्षर(SIGN) भी करवाया जाता है. इस दस्तावेज(डॉक्यूमेंट) का प्रकार नीचे एक फोटो में दिया गया है। एग्जक्यूटिव ही आपसे इसपर हस्ताक्षर(SIGN) करवाएगा.
यानी लोन रकम आपके खाते में जमा हो जाता है. हर मामले में ऐसा नही होता है। सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आपका लोन पास नही होता है.
ONLINE PERSONAL LOAN KE LIYE GRAHKO SE BHARWAYE JENE WALE VERIFICATION FORM |
हाल में एक संस्थान ने तीन दिन में लोन देने का आश्वासन देकर एक महीने से अधिक समय निकाल दिया. और इस तरह का केस एक नही बल्कि हजारों में होता है. ऐसे में इस पोस्ट को पढने के बाद ऐसी गलती नही करेंग। अगर कंपनी आपसे लोन के अंडर रिव्यू में अधिक समय तक रखे तो आप सावधान हो जाएं.
कई संस्थान में फोन कर संपर्क करने का भी साधन नही होता है जहां आप फोन कर लोन की स्थिति के बारे में पता कर सके। आप मेल से संपर्क कर सकते है. लेकिन मेल में आवेदन विचाराधीन(अंडर रिव्यू) बताकर आपको और उलझा दे सकता है.
और आपके लिए पैसे की जरूरत अत्यंत जरूरत होगी तो ऐसे समय में आपका आवेदन या एप्लीकेसन कैसिल कर दिया जाता है। फिर आपके पास मरता क्या नही करता की स्थिति होती है. फिर 40% ब्याज दर पर भी लोन लेने के लिए मजबूर हो जाएंगे.
ONLINE PERSONAL LOAN APPLICATION CANCELLED |
पर्सनल लोन लेने से पहले कुछ चीजों का रखे ध्यान:
पर्सनल लोन कितनी अवधि के लिए दिया जा सकता है:
लोन कितनी अवधि के लिए दिया जा सकता है। यह लोन लेने वाले और बैंक या लोन देने वाली कंपनी पर निर्भर करता है। समय अवधि तय करने के कई कारक हो सकते हैं। कर्जदार पहले खुद तय करे कि वह कितने समय के लिए लोन ले सकते हैं.
अगर समय अवधि कम होगा तो मासिक किश्त(EMI) अधिक होगा। अगर आप अधिक मासिक किश्त(EMI) देने मे सक्षम होगे तो लोन की समय अवधि छोटा रखें. अगर मासिक किश्त(EMI) ज्यादा देने की क्षमता नही है तो लोन की अवधि को बढाना होगा. वैसे सामान्यतया समय अवधि 1 वर्ष लेकर 60 महीने तक के लिए दिया जाता है.
ब्याज दर किन बातों पर निर्भर करता है :
पर्सनल लोन का ब्याज दर कर्जदार और करदाता के पर अलग-अलग निर्भर करता है।
कर्जदार के पूर्व में लिये गये लोन का इतिहास और कर्ज में ली गई राशि पर निर्भर होता है। आपका सिबिल स्कोर और अन्य मापदंड के आधार पर बैंक ब्याज दर तय करता है। मुख्य रूप से आपकी आय की तुलना में लोन की राशि, आप द्वारा चयनित लोन की अवधि, और आपका प्रोफाइल से तय होता है.
लोन की मंजूरी में कितना समय लगता है :
यह बैंकों पर निर्भर करता है. कुछ बैंक 24 घंटे में लोन प्रदान करने का दावा करते है। जबकि कुछ बैंक दो दिन किसी बैंक में तीन में लोन मंजूर करता है. लोन मंजूरी में कर्जदाता का प्रोफाइल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अगर आपका प्रोफाइल ठीक है और सारे जरूरी दस्तावेज हैं तो संभव है कि एक दिन में लोन पास हो जाए.