बैकिंग टर्म्स

क्या होता है KYC ?आजकल बैकिंग टर्म्स का बैंकिंग क्षेत्र में बहुत प्रचलन है। बैकों में KYC शब्द का इस्तेमाल होता है। KYC के चक्कर में ग्राहकों के खाते सील कर दिये जाते हैं। लेकिन हम आप में से कई लोगों को ये पता नही होता है कि KYC होता क्या है?

इसे भी पढ़े –   instant-cash-loan-kaise-le

तो आइये जानते है इसके बारे में KYC (Know your customer) SHORT FORM है।

यानी कि साधारण हिंदी में कहेंगे अपने ग्राहक को जानिये। बैंक एवं वित्तीय कम्पनियाँ एक फॉर्म को भरवाती जिसमें ग्राहकों की विस्तृत जानकारी होती। इस फॉर्म के साथ आधार कार्ड, जैसे कुछ पहचान प्रमाण भी लेतीं हैं जिसके जरिये वे अपने ग्राहक की पहचान की पुष्टि करते हैं.

https://onlineloansuvidha.blogspot.com/2020/03/onlineloansuvidha.blogsyc-kyc-know-yourcustomer.htmlc-kyc-kyc-kyc-know-yourcustomer.html
Banking term

प्री-एप्रूव्ड लोन:

बैंकिंग जगत में पिछले कुछ समय से प्री-एप्रूव्ड लोन को लेकर खासे से चर्चा है. यहां तक कि आपके ई-मेल मोबाइल मैसेजेज आदि पर प्री-एप्रूव्ड लोन के मैसेज आते होंगे। कई लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता है.

इसे भी पढ़े – adhar-card-loan-kaise-le

हालांकि नाम से ही थोड़ा बहुत साफ है प्री-एप्रूव्ड लोन यानी  पहले स्वकृत लोन, एप्रूव्ड मतलब स्वीकृत, लोन. इसका सीधा शब्दों में मतलब है बैंक आपको बगैर आपके आवेदन के लोन देने के लिए तैयार है। यह लोन पर्सनल,  कार लोन, टू व्हीलर लोन आदि के रूप में मिलता है.

यह लोन आपके बैंक के साथ पूर्व संबंधों के आधार पर दिए जाते हैं। इस लोन के नियम और शर्तें सभी बैंकों के अलग-अलग होते हैं खासकर व्याज दर में बहुत अंतर होता है।

मोराटोरियम क्या होता है?

मोराटोरियम उस समय अवधि को कहते हैं जिस दौरान आपको ईएमआई(EMI) देने से छूट मिलती है. इसे ईएमआई(EMI) हॉलीडे भी कहा जाता है. मोराटोरियम विशेष परिस्थितियों में दिया जाता है। यह किसी विशेष प्रकार की राहत है ताकि करदाता को संकट से उबर सके.

जैसा कि वर्तमान में कोरोना वायरस फैलने के बाद आर्थिक संकट से जूझ कर्जदाताओं को देखते हुए, ईएमआई(EMI) भुगतान से राहत दी गयी। ये राहत पहले 3 महीने और फिर तीन बढा दी गई.

 इसे भी पढ़े – mobile-loan-online-kaise-le

टर्म लोन क्या है?

टर्म लोन सामान्यतया घर, कार खरीदने जैसे अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंक से ऋण लिया जाता है. छोटे-मोटे कारोबार को बढ़ाने के लिए भी इस तरह के कर्ज लिए जाते हैं. लोन अधिक या कम अवधि के लिए होता है .इसमें इस लोन के लिए कई सारी शर्तें होती है। ब्याज दर भी कई अलग-अलग कारकों पर निर्भर करता है.

क्या होता है NO COST EMI ?

नो कॉस्ट ईएमआई(NO COST EMI) उस छूट को कहा जाता है जब क्रेडिट कार्ड या कोई अन्य कार्ड के माध्यम से भुगतान करने पर उपयोगकर्ता को उस उधार पर ना तो ब्याज लगता है. और ना प्रोसेसिंग फीस चुकानी पड़ती है। इसे नो कॉस्ट ईएमआई (NO COST EMI) कहते हैं.

आप कोई भी सामान खरीदते हैं तो क्रेडिट कार्ड या किसी अन्य कार्ड से भुगतान करते हैं तो उस पर आपको 8:00 से 15:00 पर्सेंट तक ब्याज चुकाना होता है साथ ही 0. 5 से 3% तक प्रोसेसिंग फीस भी देना होता है. 

 
https://onlineloansuvidha.blogspot.com/2020/03/onlineloansuvidha.blogsyc-kyc-know-yourcustomer.htmlc-kyc-kyc-kyc-know-yourcustomer.html
EMI

 

क्या होता है ईएमआई (EMI)?

किसी कर्जदाता के ब्याज के साथ मासिक किश्तों में कर्ज चुकाने की प्रक्रिया को कहते हैं. ईएमआई(EMI) किसी ग्राहक या व्यक्ति के द्वारा बैंक या किसी वित्तीय संस्था से लिए गए लोन को किस्तों में चुकाने की प्रक्रिया को कहा जाता है. इसमें ब्याज सहित रुपए लौटाए जाते हैं. इसकी गणना 3 तथ्यों के आधार पर की जाती है जिसमें 1. ऋण राशि 2. प्रभावी ब्याज दर और 3. ऋण चुकाने की अवधि शामिल है.

इसे भी पढ़े –  MSME loan Kaise le ? 

E-KYC (केवाईसीक्या होता है?

इसके तहत से इलेक्ट्रॉनिक यानी ऑनलाइन तरीके के आपकी पहचान या पते का सत्यापन किया जाता है। 

इसे भी पढ़े- क्या एजुकेशन लोन न चुकाने पर मामला दर्ज हो सकता है ?

KYC (Know your customer) के आगे E(शब्द जोड़ा गया है.इसके तहत किसी व्यक्ति के आधार कार्ड जैसे अन्य दस्तावेज ऑनलाइन सत्यापन किया जाता है।

समाप्त

Leave a Comment